11 दिन बाद 14 साल के बच्चे समेत 3 लोगों को मलबे से जिंदा निकाल लिया गया, ये किसी चमत्कार से कम नहीं है.
तुर्की में विनाशकारी भूकंप के बाद कई लोगों की जान चली गई। कई लोगों ने अपने परिवारों को खो दिया। किसी ने अपने माता-पिता को खोया है तो किसी ने अपने बच्चों को। राहत और बचाव का काम अब भी जारी है. इसी बीच एक चमत्कार हुआ है। 11 दिन बाद भी एक 14 साल के बच्चे समेत दो लोगों को सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया है. मलबे में 11 दिन बाद भी किसी का जिंदा होना किसी चमत्कार जैसा है। राहत एवं बचाव दल ने 14 वर्षीय उस्मान को सुरक्षित निकालने के बाद दो अन्य लोगों को बचा लिया है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
14 साल का उस्मान कड़ी मशक्कत के बाद 260वें घंटे में फिर से हमारे बीच है। वर्तमान में, हटे मुस्तफा केमल विश्वविद्यालय अस्पताल में पहला चिकित्सा हस्तक्षेप किया जा रहा है। मैं हम सभी की ओर से अपने बच्चे के साथ हूं। pic.twitter.com/4S5aXp6lMc
– डॉ. फहार्टिन कोका (@drfahrettinkoca) फरवरी 16, 2023
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री फहार्टिन कोका ने ट्वीट कर उस्मान के सुरक्षित बचाव की जानकारी दी। लोग उनके पोस्ट को खूब पसंद कर रहे हैं. लोग इस ट्वीट पर कमेंट कर रहे हैं. कई यूजर्स इसे चमत्कार बता रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 14 साल का उस्मान 260 घंटे बाद फिर हमारे बीच है.
मुस्तफा, जिन्हें आज रात 261वें घंटे में हटे में मलबे के नीचे से बचाया गया था, ने सबसे पहले एक रिश्तेदार को फोन किया, जिसका फोन नंबर उन्हें चिकित्सकीय हस्तक्षेप के बाद याद आया। हम अपने भाई मुस्तफा को इतने अच्छे से देखकर बहुत खुश हैं। pic.twitter.com/t0jrmH0M6r
– डॉ. फहार्टिन कोका (@drfahrettinkoca) फरवरी 16, 2023
बचावकर्मियों ने गुरुवार रात तुर्की के हटे प्रांत में दो और लोगों को मलबे से बाहर निकाला। दरअसल, खोज और बचाव दल ने 26 वर्षीय मेहमत अली और 34 वर्षीय मुस्तफा अवासी को अंताक्या में मलबे के नीचे दबे हुए पाया। दोनों की सांस चल रही थी। ऐसे में बचावकर्मियों ने तत्काल प्रभाव से दोनों को मलबे से निकाल लिया.
जीवंत समाचार आज रात एक दूसरे का अनुसरण करते हैं। हमारा भाई मेहमत अली हमारा दूसरा नागरिक है जिसे हाटे में मलबे से 261वें घंटे में बचाया गया था। उनका पहला चिकित्सकीय हस्तक्षेप फील्ड अस्पताल में किया गया था। वह इस समय मुस्तफा कमाल यूनिवर्सिटी मेडिकल फैकल्टी अस्पताल में उपचाराधीन है। pic.twitter.com/3WNgR8KkKW
– डॉ. फहार्टिन कोका (@drfahrettinkoca) फरवरी 17, 2023
11 दिन यानी 260 घंटे बाद भी लोगों का जिंदा रहना किसी चमत्कार से कम नहीं है। लोगों के लिए यह हैरान कर देने वाली घटना है।
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