जानिए भारत के राष्ट्रगान से जुड़े रोचक तथ्य: भारत के राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ की रचना देश के महानतम कवियों में से एक रवींद्रनाथ टैगोर ने की थी। ‘जन गण मन’ मूल रूप से बंगाली में लिखा गया था। भारत को आजादी मिलने के कुछ साल बाद इस गीत के पहले छंद को राष्ट्रगान के तौर पर चुना गया था, लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि महान कवि टैगोर ने राष्ट्रगान का अंग्रेजी में अनुवाद भी किया था। अंग्रेजी में लिखी वह कॉपी इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
गीत की मूल अनुवादित पांडुलिपि को नोबेल पुरस्कार के आधिकारिक फेसबुक पेज से साझा किया गया है। पोस्ट में वह कॉपी शेयर की गई है, जिसे रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था। राष्ट्रगान का अंग्रेजी में अनुवाद किया गया है, जो वास्तव में एक सुंदर दृश्य है और देशभक्ति की भावना पैदा करता है। तस्वीर को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा है, ‘जन गण मन’ भारत का राष्ट्रगान है, जिसे मूल रूप से कवि रवींद्रनाथ टैगोर ने बंगाली में लिखा था, जिन्हें 1913 में साहित्य में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इमेज: ‘जन गण मन’ का अंग्रेजी अनुवाद टैगोर द्वारा।
‘समय से पहले सोचता था तगर’
लोग इस पोस्ट पर लाइक्स की बौछार कर रहे हैं और कमेंट कर महान कवि की कविताओं को याद कर रहे हैं. एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि, ‘टैगोर के गाने और शायरी अपने समय से काफी आगे थे.’ वहीं एक यूजर ने लिखा कि, ‘मुझे भारतीय होने पर गर्व है, क्योंकि टैगोर का जन्म यहीं हुआ था.’ वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘बचपन में राष्ट्रगान याद था, लेकिन कभी नहीं भूल सकता, यह गुरुदेव का जादू है.’