भीषण गर्मी में पेयजल आपूर्ति नहीं होने से ग्रामीणों ने सोमवार की सुबह दतमामोड़ स्थित जलमीनार मुख्य गेट पर जमकर हंगामा किया. साथ ही ठेकेदार धनंजय सिंह व अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वहीं, कुजू क्षेत्र के पूर्वी, पश्चिमी और दक्षिणी मुखिया ग्रामीणों के विरोध में शामिल थे. इस दौरान उपस्थित मुखिया ने जिले के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों से पेयजल संकट से निजात दिलाने की मांग की.
ग्रामीणों ने बताया कि इस भीषण गर्मी में कुजू क्षेत्र के सैकड़ों लोग पेयजल संकट से जूझ रहे हैं. यहां जलमीनार ही एक मात्र सहारा था, जो ठेकेदार की लापरवाही और मनमानी का भी शिकार हो गया है। जिससे लोग पीने के पानी के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। मौके पर मौजूद ठेकेदार के सहयोगी ने मशीन में खराबी और अनियमित बिजली आपूर्ति के बारे में बताया. इस मौके पर कुजू पश्चिम पंचायत के मुखिया जय कुमार ओझा ने बताया कि 3 साल पहले डीएमएफटी फंड से करीब 22 करोड़ की लागत से हर घर नल जल योजना का उद्घाटन किया गया था. लेकिन ठेकेदार की लापरवाही के कारण आज पंचायतवासियों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने मामले की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को दी और जल्द पहल करने को कहा। वहीं, कुजू पूर्वी पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि अशोक कुमार ने कहा कि यह जलमीनार ही ग्रामीणों का सहारा है. लेकिन आज ठेकेदार व अधिकारियों की अनसुनी के कारण क्षेत्र में जल संकट गहरा गया है। अगर जनप्रतिनिधियों की बात नहीं मानी गई तो वे जनता के साथ अनशन पर बैठेंगे। वहीं, उपायुक्त से इस मामले में संज्ञान लेने को कहा।
इधर, कुजू दक्षिण पंचायत के मुखिया राकेश कुमार ने कहा कि ठेकेदार की लापरवाही के चलते क्षेत्र में नल जल योजना फेल हो गई. उन्होंने डीसी से ग्रामीणों की पेयजल समस्या को अपने स्तर से जमीन पर उतारने की मांग की. साथ ही ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। आने वाले दिनों में अगर ठेकेदार की मनमानी रही तो जलमीनार खंडहर में तब्दील हो सकती है। प्रदर्शनकारियों में मुखिया जय कुमार ओझा, राकेश कुमार रॉक, अशोक कुमार, समीर खान, अशोक सिन्हा, पिंटू शुक्ला, मेघलाल रविदास, आशीष कुमार, अनिल कुमार सहित दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे.