माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या के बाद गरमाई राजनीति:झारखंड में कानून व्यवस्था खड़े होते सवाल, भाजपा ने हेमंत सरकार को घेरा
झारखंड में एक बार फिर कानून व्य़वस्था पर सवालिया निशान लगा है। माकपा नेता सुभाष मुंडा की हत्या के बाद सियासत तेज हो गयी है। भारतीय जनता पार्टी ने हेमंत सरकार को घेरा है। मुख्यमंत्री ने कुछ दिनों पहले ही बैठक कर राज्य में बढ़ रहे अपराध और घटनाओं पर चिंता जाहिर की थी। इस घटना के बाद एक बार फिर राज्य की सुरक्षा व्वस्था पर सवाल खड़ा हो गया है।
घूसखोर पुलिस पदाधिकारियों को हटाकर तेज-तर्रार अधिकारियों की नियुक्ति करें सीएम
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तंज कसा है उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री एक ओर विधि-व्यवस्था को लेकर बैठक करते हैं, पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हैं। दूसरी ओर राजधानी रांची में माकपा के टिकट पर चुनाव लड़ चुके सुभाष मुंडा की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी जाती है। बाबूलाल ने कहा, जिस प्रकार सरेआम सुभाष मुंडा की हत्या की गई वही राजधानी रांची और पूरे झारखंड के विधि-व्यवस्था की असलियत है। जब तक घूसखोर पुलिस पदाधिकारियों को हटाकर तेज-तर्रार अधिकारियों की नियुक्ति नहीं की जाएगी तब तक विधि-व्यवस्था नहीं सुधरेगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि अधिकारियों का ध्यान अवैध खनन पर है। अधिकारी अपने राजनीतिक आकाओं के गलत और पूर्वाग्रह पूर्ण हुक्म की तालीम करते हैं। ऐसे में विधि-व्यवस्था कैसे सुधरेगी।
हेमंत सरकार अक्षम राज्य में अराजकता
भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष रघुवर दास ने भी ट्वीट कर हेमंत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, राजधानी रांची में एक बार फिर अपराधियों ने सरकार को खुली चुनौती दी है। इनकी हिम्मत इतनी बढ़ गई है कि ऑफिस में घुस कर आदिवासी नेता को गोलियों से भून दिया।हेमंत सरकार की अक्षमता के कारण आज राज्य में अराजकता की स्थिति बन गई है। मुख्यमंत्री जी को राज्य की नहीं केवल राजनीति की चिंता है। अपने प्रतिद्वंदियों को झूठे केस में कैसे फंसाया जाए, राजनीतिक लाभ के लिए लोगों से क्या-क्या झूठ बोला जाए, अवैध कमाई कैसे हो? इन्हीं चीजों में ये सरकार लिप्त है, तो अपराधी बेलगाम क्यों नहीं होंगे
बुधवार की देर शाम रांची के नगरी स्थित दलादली चौक में माकपा नेता सुभाष मुंडा की अज्ञात अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। 2 बाइक में आए 4 अपराधियों ने तकरीबन 8 राउंड फायरिंग की। बताया गया है कि सुभाष मुंडा को 7 गोलियां लगी। जिस वक्त सुभाष मुंडा पर हमला हुआ वे अपने छोटे भाई और 4 कार्यकर्ताओं के साथ कार्यालय में बैठे थे। हत्या किस वजह से हुई इसे लेकर अभी स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
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