23 मई को निर्धारित पंचायत प्रतिनिधियों का धरना प्रदर्शन कार्यक्रम अपने निर्धारित समय पर होगा। यह जानकारी जिला परिषद सदस्य सुरेंद्र मंडल व मुखिया मंगल सोरेन ने दी. कहा कि यह कार्यक्रम पहले से तय है और हर हाल में होता रहेगा। इसमें आम जनता के मुद्दों को लेकर धरना प्रदर्शन किया जाना है।
जिपं सदस्य ने बताया कि प्रमुख व पंचायत समिति सदस्यों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है. आंदोलन को कमजोर करने का प्रयास किया गया। लेकिन 23 को प्रखंड मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन होगा. जनता की समस्याओं के लिए ही नहीं आमरण अनशन भी करना पड़े तो करेंगे।
23 मई को धरना प्रदर्शन इस बात का संकेत है, अगर पदाधिकारी नहीं सुधरे तो पूरे जिले में आंदोलन शुरू किया जाएगा. बता दें कि शुक्रवार को कई पंचायत प्रतिनिधियों की बैठक में निर्णय लिया गया था कि आगामी 23 तारीख को प्रखंड मुख्यालय करमाटांड़ में होने वाले धरना प्रदर्शन कार्यक्रम को वापस ले लिया गया है. बैठक में करमाटांड़, फोफनाड, तेतुलबंदा, सीकरपोसनी, ताराबहल, बरमुंडी, डुमरिया, सीतकाटा, तेतुलबांधा पंचायत आदि के सदस्य उपस्थित थे.