नयी दिल्ली: गर्मियां आते ही सबने अपना कूलर निकाल लिया होगा। हालांकि, कई बार कूलर उतनी कूलिंग नहीं कर पाता, जितनी करनी चाहिए। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिससे आपका पुराना और कबाड़ कूलर भी नए जैसी ठंडक देने लगेगा।
रिमोट और ऐप कंट्रोल
आज के समय में न सिर्फ एसी (AC) को रिमोट से कंट्रोल किया जा सकता है, बल्कि अब कूलर में भी ये सारी सुविधाएं यानी तकनीक उपलब्ध है. रिमोट के जरिए आप कूलर को ऑन या ऑफ कर सकते हैं। साथ ही आप इसके पंखे की गति बढ़ा या घटा सकते हैं, मोटर चालू या बंद कर सकते हैं। इससे कूलर को वाई-फाई से कनेक्ट कर आप ऐप की मदद से दुनिया के किसी भी कोने में इसे कंट्रोल कर सकते हैं। कूलर कैसे काम कर रहा है, इसकी पूरी जानकारी ऐप से मिल जाती है। केनस्टार, ओरिएंट, सिम्फनी कंपनियों के ऐसे कूलर बाजार में उपलब्ध हैं।
जाली मच्छरों/कीड़ों से बचाएगी
अक्सर कीड़ों और मच्छरों के कारण ठंडक कम पड़ने की आशंका रहती है। ऐसे में आपको इस पर ध्यान देना चाहिए। कई बार पानी की टंकी में मच्छर या कीड़े आदि गिर जाते हैं और साथ ही धूल भी जम जाती है। ऐसे में जाले के कारण धूल के कण आदि मच्छरों या कीड़ों के आने के साथ नहीं गिरते हैं। हालांकि कूलर को ऐसी जगह रखा जाता है, जहां कीड़े-मकोड़ों की समस्या न हो, तो जाला भी हटाया जा सकता है।
कीड़े-मकोड़े भी आपके कूलर की ठंडक को कम कर सकते हैं। इसलिए आपको इसका भी खास ख्याल रखना होगा। कई बार कूलर के टैंक में मच्छर गिर जाते हैं जो आपको जरूर परेशान कर सकते हैं। इससे धूल भी जम जाती है। यह जाल मच्छरों या कीड़ों के साथ-साथ धूल और मिट्टी के छोटे-छोटे कणों को भी आने से रोकता है। अगर कूलर को ऐसी जगह रखा जाए जहां मच्छर या कीड़े न हों तो जाला भी हटाया जा सकता है।
बर्फ कक्ष से गर्मी अपव्यय
अब कई कूलर में ऊपर की तरफ आइस चेंबर दिया जाता है। ऐसे में जब यह बहुत गर्म हो जाए तो इसे बर्फ से भर दें। कूलर का पानी इस चेंबर से मोटर के जरिए गुजरता है और बर्फ से ठंडा होकर पैड्स से होता हुआ कूलर टैंक में ही चला जाता है। इससे पैड कूलर बन जाते हैं, जिससे कूलर एयर कूलर हो जाता है। इस तरह के कूलर Kenstar, Orient, Crompton आदि कंपनियों के आते हैं। इनकी कीमत 5000 रुपये से शुरू होती है।