पूर्व विधायक के इलाज और जांच पर जिच जारी: अधीक्षक बोले-रिम्स भेजो, सीएस बोले-निजी अस्पतालों में भी सुविधा

पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या की साजिश रचने के आरोप में 6 साल से अधिक समय से जेल में बंद पूर्व बीजेपी विधायक संजीव सिंह के इलाज और जांच को लेकर अब भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक ने जहां संजीव सिंह को इलाज के लिए रिम्स, रांची भेजने की दोबारा अनुशंसा की है, वहीं सिविल ने जेल अधीक्षक को रिपोर्ट देते हुए कहा है कि सरकारी अस्पतालों में संजीव सिंह की बीमारी के इलाज और जांच की कोई व्यवस्था नहीं है.

यह व्यवस्था निजी तौर पर धनबाद के एशियन जालान और अशर्फी अस्पताल में उपलब्ध है। पिछले 3 दिनों से संजीव के इलाज को लेकर मामले की सुनवाई कर रही कोर्ट लगातार जेल अधीक्षक से संजीव के स्वास्थ्य की अपडेट रिपोर्ट मांग रही है. कोर्ट ने एसएनएमएमसीएच की अधूरी रिपोर्ट दाखिल करने पर भी नाराजगी जतायी थी. इधर संजीव सिंह के अधिवक्ता ने शनिवार को फिर कोर्ट में आवेदन देकर संजीव सिंह की अद्यतन स्वास्थ्य रिपोर्ट सौंपी.

संजीव ने प्रार्थना पत्र देकर कहा… वादी से मिले हैं अधीक्षक, अस्पताल में मारना चाहते हैं

संजीव सिंह की ओर से दायर आवेदन में एसएनएमएमसीएच के अधीक्षक पर वादी पक्ष की मिलीभगत से काम करने का आरोप लगाया गया है. आवेदन में कहा गया था कि अधीक्षक राज्य सरकार के साथ मिलकर सरकारी अस्पताल में संजीव सिंह की हत्या करना चाहते हैं. संजीव फिलहाल आईवी फ्लूड मैनेजमेंट और ऑक्सीजन थेरेपी पर हैं। उनके ग्लासगो कोमा स्केल (जीसीएस) में गिरावट जारी है।

पिछले 6 दिनों से वह अस्पताल के सीसीयू में भर्ती हैं लेकिन उनका यूरिन डिस्चार्ज नहीं हो रहा है. उनकी याददाश्त लगातार कम हो रही है. उनकी हालत ऐसी नहीं है कि वह धनबाद से रांची तक यात्रा कर सकें. ऐसे में उन्हें धनबाद के मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कर उनकी जान बचाई जानी चाहिए.

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