सीएम को लगी फटकार…तब सक्रिय हुई पुलिस: क्राइम कंट्रोल के लिए DIG से लेकर SSP तक सड़कों पर, देर रात तक जांच

राजधानी रांची समेत राज्य के कई हिस्सों में अपराधियों ने बड़ी वारदातों को अंजाम दिया. राज्य पुलिस इन घटनाओं पर काबू पाने में विफल रही. पुलिस की इस नाकामी से नाराज सीएम हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को डीजीपी अजय कुमार सिंह समेत राज्य के सभी आला पुलिस अधिकारियों को फटकार लगायी. सीएम ने डीजीपी से साफ कहा कि आपको खुली छूट दी गयी है, तो ऐसी स्थिति क्यों है? 15 दिन में कानून व्यवस्था सुधारें, नहीं तो कार्रवाई होगी. सीएम की इस फटकार के बाद पुलिस महकमा रेस हो गया है. प्रदेश के विभिन्न जिलों में एंटी क्राइम चेकिंग अभियान चल रहा है. उधर, राजधानी रांची में सीएम की फटकार के बाद पुलिस ऐसी जागी कि देर रात थाना प्रभारी से लेकर एसएसपी और डीआइजी तक सड़कों पर नजर आ रहे हैं.

एसएसपी से लेकर डीआइजी तक जांच हो रही है
रविवार की देर रात राजधानी रांची के मेन रोड और विभिन्न इलाकों में पुलिस विभाग के तमाम बड़े अधिकारी सड़कों पर दिखे. रांची जोन के डीआइजी अनूप बिरथरे, एसएसपी किशोर कौशल समेत तमाम अधिकारी जांच करते दिखे. एसएसपी और डीआइजी ने देर रात शहर के कई थाना क्षेत्रों में जाकर रात में ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को निर्देश दिये. वहीं, एसएसपी खुद कई जगहों पर कार चालकों को रोककर पूछताछ करते दिखे.

Jharkhand police
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असर दिखाना शुरू कर दिया
शुक्रवार को सीएम हेमंत सोरेन की फटकार के बाद पुलिस सबसे पहले अपने-अपने थाना क्षेत्रों में सक्रिय हुई. पान की गुमटी और चाय की दुकानों पर अनावश्यक रूप से बैठे लोगों को घर जाने के लिए कहा गया। वहीं नशेड़ियों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई. मोरहाबादी में पुलिस ने दो दिनों तक लगातार अभियान चलाया. इसके बाद रविवार को राजधानी के सभी हिस्सों में पुलिस अलर्ट दिखी. पुलिस के इस सक्रिय रवैये का असर भी दिखने लगा है. अपराधियों में हड़कंप मच गया है. वहीं शाम से लेकर देर रात तक नशेड़ियों और शराब पीकर हंगामा करने वाले भी नजर आने बंद हो गये हैं. पुलिस के अपराध नियंत्रण का असर दिख रहा है.

डीजीपी को 15 दिन का एक्सटेंशन
डीजीपी अजय कुमार सिंह समेत तमाम बड़े अधिकारियों के साथ वेटिंग मीटिंग में सीएम हेमंत सोरेन काफी नाराज दिखे. उन्होंने अधिकारियों को 15 दिन में अपराध पर अंकुश लगाने के सख्त निर्देश दिये. कानून-व्यवस्था में सुधार लायें, अन्यथा संबंधित पुलिस पदाधिकारी बख्शे नहीं जायेंगे. उन्होंने डीजीपी से कहा था कि पिछले कुछ दिनों में अपराधियों ने कानून-व्यवस्था को धता बताते हुए कई जघन्य अपराध को अंजाम दिया है. किसी भी हालत में ऐसे अपराध स्वीकार नहीं किये जायेंगे.

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अपराध नियंत्रण में लापरवाही बर्दाश्त नहीं
बैठक में सीएम ने साफ किया कि राज्य में कानून-व्यवस्था हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. अपराध नियंत्रण में किसी भी तरह की शिथिलता किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जायेगी. पुलिस के सामने आने वाली नई चुनौतियों से निपटने में किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। उन्होंने कहा कि अपराधी कितना भी बड़ा हो, कितना भी बड़ा समूह हो, पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि बिना किसी दबाव के कार्रवाई हो. किसी भी हालत में प्रदेश में अपराध का ग्राफ ऊपर नहीं जाना चाहिए।

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