झारखंड में कानून-व्यवस्था पर मुख्यमंत्री ने जताई नाराजगी: अपराध नियंत्रण पर बोले सीएम, पुलिस किसी के दबाव में न आये, कार्यशैली में सुधार नहीं हुआ तो होगी कार्रवाई

झारखंड में बढ़ते अपराध और कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तलब किया. मुख्यमंत्री ने वर्तमान समय में राज्य के अंदर हो रही छोटी-बड़ी आपराधिक घटनाओं पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की है.

पुलिस विभाग को सुधार के लिए दिया गया 15 दिन का समय

मुख्यमंत्री ने साफ कहा है कि 15 दिनों के अंदर राज्य में कानून-व्यवस्था में सुधार होना चाहिए. पुलिस अधिकारियों से कहा कि अपनी कार्यशैली में सुधार लाकर आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाएं, यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो संबंधित पुलिस अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। पिछले कुछ दिनों में अपराधी कानून व्यवस्था को चकमा देते हुए कई जघन्य अपराधों को अंजाम देने में सफल रहे हैं. ऐसे अपराध किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं हैं. वर्तमान समय में हो रही आपराधिक घटनाएं राज्य के लिए चिंता का विषय है. पुलिस को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि अपराधियों के खिलाफ बिना किसी दबाव के कड़ी कार्रवाई की जाए ताकि आपराधिक घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

सीएम ने पूछा कि पुलिस अपराधियों पर नकेल क्यों नहीं कस पा रही है

हेमंत सोरेन ने कहा, पिछले कुछ दिनों में राज्य के अंदर अपराध का चेहरा हर दिन बदल रहा है. नए-नए अपराध हो रहे हैं. कई अपराध योजनाबद्ध तरीके से किये जा रहे हैं. कुछ लोग राज्य सरकार की छवि खराब करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने इस बात पर नाराजगी व्यक्त की कि पुलिस विभाग राज्य में संगठित आपराधिक गतिविधियों और नये अपराधों पर नकेल क्यों नहीं कस पा रहा है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने पुलिस अधिकारियों को सूचना तंत्र मजबूत करने के सख्त निर्देश दिये. अपराध नियंत्रण में कोई कोताही न बरती जाए, किसी भी सूरत में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पुलिस विभाग को किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आना चाहिए

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग को इन चुनौतियों से निपटने में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, चाहे अपराधी कितना भी बड़ा क्यों न हो, अपराधियों के कितने भी बड़े समूह को पनाह क्यों न मिली हो, पुलिस यह सुनिश्चित करे कि बिना किसी दबाव के कार्रवाई हो. . किसी भी हालत में प्रदेश में अपराध का ग्राफ ऊपर नहीं जाना चाहिए। पुलिस विभाग को अपराधियों के मनोबल को तोड़ने का काम करना चाहिए.

जो बैठक में शामिल हुए

इस बैठक में डीजीपीअजय कुमार सिंह, एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद राव लाटकर, आईजी ऑपरेशन अमोल वेणुकांत होमकर, एसपी एटीएस सुरेंद्र झा समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे. हेमंत सोरेन ने डीजीपी अजय कुमार सिंह से साफ लहजे में कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए मैंने आपको खुली छूट दे रखी है. अपराध नियंत्रण पर क्यों नहीं मिल रही सफलता?

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