रांची: 100 करोड़ के मिड डे मील घोटाले के आरोपी संजय तिवारी के खिलाफ एक और प्राथमिकी, फर्जी कोविड रिपोर्ट मामले में प्राथमिकी दर्ज

रांची: फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट मामले में रिम्स अधीक्षक डॉ. हीरेंद्र बिरुआ ने बरियातू थाने में संजय कुमार तिवारी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है. बता दें कि संजय तिवारी 100 करोड़ के मिड डे मील घोटाले का मुख्य आरोपी है. कुछ महीने पहले ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन वह जमानत पर बाहर आ गए और तभी से फरार हैं. संजय तिवारी ने रिम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के नाम से फर्जी कोविड टेस्ट रिपोर्ट जमा की थी. इस रिपोर्ट को विभागाध्यक्ष ने फर्जी बताया है। इस संबंध में बरियातू थाना प्रभारी ज्ञान रंजन ने बताया कि फर्जी कोविड रिपोर्ट मामले में केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
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सरेंडर से बचने के लिए कोरोना पॉजिटिव का फर्जी सर्टिफिकेट बनवाया
बता दें कि ईडी ने मिड-डे मील खाते से 100 करोड़ रुपये की फर्जी निकासी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी भानु कंस्ट्रक्शन के निदेशक संजय कुमार तिवारी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हासिल किया है. आरोपी संजय कुमार तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बावजूद निर्धारित अवधि में न तो गबन की राशि बैंक में जमा की और न ही कोर्ट में सरेंडर किया. इसके बाद ही ईडी की टीम ने कोर्ट में अर्जी देकर आरोपी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की गुहार लगाई थी।

सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई अंतरिम जमानत की अवधि समाप्त होने के बाद संजय तिवारी को 25 मार्च को आत्मसमर्पण करना था। लेकिन 27 मार्च को कोर्ट में कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट देते हुए उसने अपना इलाज रिम्स में बताया था. हालांकि जब ईडी ने मामले की जांच की तो पूरा मामला फर्जी निकला। इसके बाद संजय तिवारी फरार हो गया। बीते शनिवार को ईडी की टीम ने संजय तिवारी के अरगोड़ा स्थित आवास पर छापेमारी की थी. लेकिन वह फरार चल रहा था।
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