धनबादएक घंटे पहले
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कहीं सड़क के किनारे बिजली के खंभे लगे हैं तो कहीं टेलीफोन विभाग के खंभे। यह है धनबाद शहर की मुख्य सड़कों का हाल। ये खंभे और खंभे लोगों के लिए परेशानी का कारण बन गए हैं। ऐसे में यहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ता है। सड़क के किनारे खंभे व खंभे दबने से कई हादसे भी हो चुके हैं। ये पोल सड़क निर्माण में भी बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। अब विभाग इन सभी खंभों व खंभों को हटाने में जुटा है।
बिजली विभाग, पथ निर्माण विभाग और दूरसंचार विभाग की अब नींद उड़ी हुई है। भास्कर की टीम ने शुक्रवार को शहर के चार मुख्य मार्गों के पास लगे खंभों व खंभों की जांच की। जांच में टीम ने पाया कि सिटी सेंटर के सामने सड़क पर लगे बिजली के पोल के कारण आने-जाने वाले वाहनों के चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
इसी तरह एसएसएलएनटी कॉलेज के पास टेलीफोन का खंभा, स्टीलगेट प्रगति नर्सिंग होम के पास बिजली का ट्रांसफार्मर, स्टीलगेट जगन्नाथ अस्पताल के पास बिजली का खंभा, रीट रिजॉर्ट के बगल में निर्माणाधीन पुल के पास बिजली का खंभा सड़क में आ रहा है. निर्माणाधीन 8 लेन पुल का कार्य भी सड़क में बिजली के खंभे फंस जाने से प्रभावित हो रहा है. जबकि सिटी सेंटर और स्टीलगेट में जहां सड़क से सटे बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर लगे हैं, वहां से वाहन चालकों को संभलकर गुजरना पड़ रहा है। अब देखना होगा कि विभाग कब तक इन खंभों व खंभों को हटाता है।
सिटी सेंटर चौक के पास

सिटी सेंटर के सामने सड़क पर बिजली का पोल है। यह शहर का सबसे व्यस्त मार्ग है। बिजली का खंभा सड़क से सटा होने के कारण वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। रात के समय वाहन दुर्घटना का भी अंदेशा बना रहता है।
आगे क्या – सिटी सेंटर से बरवाड़ा तक सड़क को चौड़ा कर मेला बनाया गया। लेकिन चौराहे से बिजली का पोल नहीं हटाया गया। इसे हटाने के लिए सड़क निर्माण व बिजली विभाग को पहल करनी होगी।
“सड़क निर्माण विभाग को बिजली के खंभे को हटाने की लागत का भुगतान करना चाहिए। खंभे को हटा देंगे।”
-एसके कश्यप, अधीक्षण अभियंता, जेबीवीएनएल।
जगन्नाथ अस्पताल के पास स्टीलगेट

स्टीलगेट जगन्नाथ अस्पताल से पहले फार्नेल रोड अर्द्धनिर्मित है। यहां सड़क के किनारे बिजली के पोल को शिफ्ट नहीं किया गया है। इसके तुरंत बाद सड़क फैरलेन बन जाती है। यहां से गुजरते समय सावधानी बरतनी पड़ती है।
आगे क्या- यहां सड़क किनारे दबे बिजली के खंभे हटाने के लिए कदम उठाए जाएं। सड़क के चौड़ा होने तक पेल शिफ्टिंग का इंतजार नहीं करना चाहिए। ताकि लोगों को इससे किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
“बिजली के पोल शिफ्ट क्यों नहीं किए जा सके? पता लगाने के बाद आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
शिवेंद्र कुमार, कार्यपालन यंत्री।

“बिजली के खंभे को क्यों नहीं शिफ्ट किया जा सका। इसकी पड़ताल के बाद दूरसंचार विभाग का टेलीफोन का खंभा एसएसएलएनटी कॉलेज के सामने सड़क के किनारे पड़ा हुआ है। यहां तक कि टेलीफोन का तार भी खंभे से नहीं गुजर रहा है। फिर भी यह लगा हुआ है।” हटाया नहीं जा रहा है। इससे दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है।”
आगे क्या- दूरसंचार विभाग इस्तेमाल में नहीं आ रहे टेलीफोन के खंभों को हटा रहा है। एसएसएलएनटी महिला कॉलेज के सामने लगे खंभों को हटाने के लिए विभाग कदम उठाएगा। ताकि राहगीरों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
“जहां भी टेलीफोन के खंभे अब उपयोग करने योग्य नहीं हैं, उनकी पहचान की जा रही है और उन्हें हटाया जा रहा है। एसएसएलएनटी को कॉलेज के पास भी हटा दिया जाएगा।
-महाप्रबंधक, दूरसंचार विभाग, धनबाद
आठ लेन की सड़क में नहीं हटाया जा सका बिजली का खंभा

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रीट रिजॉर्ट से आगे 8 लेन सड़क में निर्माणाधीन पुल के पास हाईटेंशन बिजली का खंभा नहीं हटाया जा सका। इससे एक तरफ आठ लेन सड़क निर्माण का कार्य धीमी गति से चल रहा है।
आगे क्या- 8 लेन सड़क में गिर रहे बिजली के खंभे लगभग शिफ्ट कर दिए गए हैं। इस निर्माणाधीन पुल के सामने से डीवीसी लाइन गुजरी है। डीवीसी अधिकारियों के मुताबिक स्टेट हाईवे अथॉरिटी बिजली के खंभों को शिफ्ट करेगी।
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