बजट सत्र 2023: पारा शिक्षकों के मानदेय में दो साल से नहीं हुई 10 फीसदी की बढ़ोतरी, जानिए क्या कह रही है सरकार

रांची: प्रदेश भर के पारा शिक्षक (सहायक शिक्षक) दो साल से मानदेय में 10 प्रतिशत वृद्धि का इंतजार कर रहे हैं. झारखंड के स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने अब आश्वासन दिया है कि पारा शिक्षकों की मूल्यांकन परीक्षा के बाद ही इस संबंध में कदम उठाया जाएगा. झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जेएसी), रांची द्वारा इसके लिए ऑनलाइन आवेदन लिए गए हैं। वर्तमान में परिषद माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षा आयोजित करने में लगी हुई है। इसके बाद असेसमेंट टेस्ट लिया जाएगा।
क्यों फंसा है मामला
विधायक दीपिका पाण्डेय सिंह ने स्कूल शिक्षा विभाग से जानकारी मांगी थी कि अब तक 47 हजार सहायक शिक्षकों के मानदेय में 10 प्रतिशत की वृद्धि क्यों नहीं की गई है. जबकि दिसंबर 2021 में शिक्षा मंत्री व सचिव से बातचीत में तीन माह के अंदर पारा शिक्षकों की मूल्यांकन परीक्षा कराने की बात कही थी. इस पर विभाग ने लिखित जानकारी दी है कि विभागीय मंत्री के साथ हुई बैठक में गैर-टेट पास एवं ट्रेंड पारा शिक्षकों को मूल्यांकन परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मानदेय में 10 प्रतिशत अतिरिक्त बोनस देने की बात हुई थी. झारखंड सहायक सेवा शर्त नियमावली 2021 के अनुसार ऐसे सभी कार्यरत प्रवृत्ति शिक्षक (वर्तमान पारा शिक्षक) जिनके प्रमाण पत्र मान्य होंगे, वे मूल्यांकन परीक्षा में शामिल हो सकेंगे. असेसमेंट टेस्ट के लिए चार मौके दिए जाएंगे। प्रदेश के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों के 61,161 सहायक शिक्षकों में से 56,633 के शैक्षणिक एवं अन्य प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जा चुका है. फिलहाल राज्य में चल रहे मैट्रिक, इंटरमीडिएट की परीक्षा के बाद मूल्यांकन परीक्षा ली जाएगी।

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