प्रदेश के 66 केंद्रों में मैट्रिक-इंटर की कॉपी चेकिंग शुरू मई के आखिरी सप्ताह तक जारी होंगे बोर्ड परीक्षा के नतीजे, सबसे पहले जारी होंगे साइंस के नतीजे

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रांची33 मिनट पहले

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प्रदेश के 66 केंद्रों पर मैट्रिक-इंटर की कॉपी चेकिंग शुरू

प्रदेश के 66 केंद्रों पर मैट्रिक-इंटर की कॉपी चेकिंग शुरू

झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने मैट्रिक और इंटर परीक्षा की कॉपियों का मूल्यांकन शुरू कर दिया है। उम्मीद की जा रही है कि मई के अंतिम सप्ताह में रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। परीक्षा कॉपियों के मूल्यांकन के लिए प्रदेश में कुल 66 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। ये परीक्षा केंद्र 19 जिलों में बनाए गए हैं। मैट्रिक की कॉपियों की जांच के लिए 35 और इंटरमीडिएट की कॉपियों की जांच के लिए 31 केंद्र बनाए गए हैं। इस साल मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में आठ लाख अभ्यर्थी शामिल हुए हैं।
सबसे पहले इनका रिजल्ट जारी किया जाएगा
झारखंड एकेडमिक काउंसिल से मिली जानकारी के मुताबिक सबसे पहले मैट्रिक और इंटर साइंस के नतीजे जारी किए जाएंगे. इसके बाद इंटर आर्ट्स और कॉमर्स का रिजल्ट जारी किया जाएगा। इसकी तैयारी चल रही है। पिछले साल भी मैट्रिक और इंटर साइंस का रिजल्ट पहले जारी किया गया था। पिछले साल लड़कियों का ओवरऑल परफॉर्मेंस लड़कों से बेहतर रहा था।
केंद्र प्रभारी को दिए निर्देश
परीक्षा कॉपियों के मूल्यांकन के दौरान किसी प्रकार की परेशानी या अवैध कार्य न हो, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। यह निर्देश सभी केंद्र अधीक्षकों को दे दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि मूल्यांकन कार्य में ब्लैक लिस्टेड शिक्षकों व सेवानिवृत्त शिक्षकों का योगदान नहीं लिया जाए। जिस विषय में शिक्षक नियुक्त किया गया है, उसी विषय की कॉपी का मूल्यांकन करेंगे। मूल्यांकन केंद्रों के सभी निदेशकों को इसे सुनिश्चित करने को कहा गया है। अधिकारियों की माने तो 21 मई के बाद रिजल्ट जारी किया जा सकता है.
एक दिन में 70 कॉपियों का मूल्यांकन
मैट्रिक, इंटर की परीक्षा में 40 अंकों की परीक्षा ओएमआर शीट और 40 अंकों की उत्तर पुस्तिका पर ली गई। एक परीक्षक एक दिन में अधिकतम 35 कॉपियों का मूल्यांकन करता था जबकि परीक्षा 80 अंकों की होती थी। परीक्षक उत्तरपुस्तिका पर ली गई कॉपियों की ही जांच करेगा। ऐसे में परीक्षक एक दिन में अधिकतम 70 कॉपियों का मूल्यांकन करेगा। आदिवासी और क्षेत्रीय भाषाओं समेत आधा दर्जन विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं की जांच का काम पूरा हो चुका है।

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