
देवघर: लखराज भूमि की रजिस्ट्री व हस्तांतरण को लेकर पंडा धर्मरक्षिणी सभा के महासचिव कार्तिकनाथ ठाकुर व पूर्व जिप उपाध्यक्ष संतोष पासवान द्वारा 15 मार्च से आमरण अनशन शुरू किया गया. आश्वासन के बाद तोड़ा। आज ही उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने पत्रकार वार्ता कर संविधान का हवाला देते हुए आंदोलनकारियों से अनशन तोड़ने का आग्रह किया. शाम को अनशन स्थल पर पहुंचकर एसडीओ दीपांकर चौधरी व एसडीपीओ पवन कुमार ने आश्वासन देकर नारियल पानी चढ़ाया. लेकिन पंडा धर्मरक्षिणी सभा के उपाध्यक्ष मनोज मिश्रा ने अनशनकारियों और जिला प्रशासन के बीच पुल बनाने में अहम भूमिका निभाई. उन्होंने बताया कि आज सुबह इस मसले पर उपायुक्त और एसपी से बात हुई और दोनों अधिकारियों ने सकारात्मक पहल करने की बात कही. जिसके बाद अधिकारी अनशन स्थल पर पहुंचे और अनशन तोड़ने का काम किया. वैसे इस मामले में शहर के अन्य लोगों की भी अहम भूमिका रही है.
उपायुक्त सह जिलाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री ने समाहरणालय सभागार में आयोजित पत्रकारवार्ता में कहा कि वर्तमान में देवघर जिले में लखराज एवं अन्य लगान मुक्त भूमि के राजस्व कार्य जैसे बिक्री पंजीयन, दाखिल-खारिज, लगान ठीक से नहीं हो रहे हैं. . रसीद आदि। ऐसे में उक्त कार्यों के क्रियान्वयन में आ रही दिक्कतों को चिन्हित कर उन समस्याओं का कानूनी समाधान कैसे निकाला जा सकता है, इसकी उचित रिपोर्ट प्रस्तुत करने का कार्य एक उच्च स्तरीय समिति द्वारा किया जा रहा है। उच्च स्तरीय समिति में अध्यक्ष के रूप में अपर समाहर्ता एवं भूमि सुधार उप समाहर्ता के रूप में सदस्य सचिव, अंचल अधिकारी, देवघर, अंचल अधिकारी, मोहनपुर, शासकीय अधिवक्ता, देवघर को सदस्य के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है. साथ ही लखराज एवं अन्य लगानमुक्त भूमि से संबंधित समस्त पेचीदगियों का निराकरण करते हुए लखराज एवं अन्य लगानमुक्त भूमि के संबंध में प्रतिवेदन अविलंब प्रस्तुत करने का निर्देश समिति को दिया है.

उपायुक्त द्वारा बताया गया कि प्रॉप रजिस्टर 2 में अभिलेखों का संधारण नहीं होने के कारण जालसाजी की आशंका है. ऐसे में लखराज भूमि से संबंधित सभी दस्तावेजों की जांच करते हुए लखराज भूमि को चिन्हित करते हुए जोन की रिपोर्ट के आधार पर किराया निर्धारण किया जायेगा. प्रेसवार्ता के दौरान उपायुक्त ने कहा कि बाबा मंदिर में देश-विदेश से लाखों की संख्या में श्रद्धालु द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ के दर्शन व पूजा अर्चना करने आते हैं. उनकी सुरक्षा प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता और जिम्मेदारी है। ऐसे में इस तरह के बयान से श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रभावित होती है। बाबा मंदिर में अनुशासन बनाकर ही तीर्थयात्रियों, तीर्थ क्षेत्र और तीर्थ पुरोहित की बेहतरी के लिए कार्य किया जा सकता है। आगे उपायुक्त ने कहा कि लखराज से जुड़ा मामला भी सरकार के संज्ञान में है. वहीं लखराज से संबंधित समाधान के लिए सरकारी कमेटी के अलावा सभी स्टेक होल्डर्स (पंडा समाज, चेंबर ऑफ कॉमर्स, मारवाड़ी समाज, केसरी समाज व लखराज से जुड़े सभी लोगों) के साथ बैठक की जाएगी. इसके अलावा उपायुक्त द्वारा बताया गया कि भट्टार धर्मशाला से संबंधित दस्तावेज जिला प्रशासन को प्राप्त हुए हैं, जिनमें भट्टार धर्मशाला ट्रस्ट बोर्ड की संपत्ति का उल्लेख किया गया है. जिसके संबंध में प्रशासन द्वारा नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी। पत्रकार वार्ता के अंत में उपायुक्त ने एक बार फिर भूख हड़ताल करने वालों से अनशन तोड़ने का आग्रह किया और कहा कि सरकार के मार्गदर्शन में जिला प्रशासन लखराज भूमि और लगान निर्धारण से संबंधित कानूनी मुद्दों पर काम कर रहा है. जिसका जल्द समाधान किया जाएगा। इस दौरान जिला जनसंपर्क अधिकारी रवि कुमार, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रमोद कुमार, सहायक जनसंपर्क अधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, जनसंपर्क अधिकारी निर्भय शंकर ओझा, उपेंद्र कुमार समेत विभिन्न मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधि व एनआईसी के कर्मी मौजूद रहे.
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