जमीन घोटाले मामले में बाबूलाल के नए आरोप:वीडियो में दिखाया जमीन पर कैसे हुआ कब्जा, बोले- मुख्यमंत्री जी आपको जेल जाने से कौन बचाएगा?
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- वीडियो में दिखाया कैसे हुई जमीन पर कब्जा, बोले मुख्यमंत्री आपको जेल जाने से कौन बचाएगा?
रांचीएक घंटे पहले
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बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी
बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने जमीन घोटाले मामले को लेकर सीएम हेमंत सोरेन पर निशाना साधा है. उन्होंने जमीन घोटाले मामले में आईएएस छवि रंजन की भूमिका को लेकर नया आरोप लगाया है। उन्होंने अपने ट्विटर पर दो वीडियो जारी किए हैं। वीडियो दिखाते हुए उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को संबोधित करते हुए लिखा कि देखिए कैसे जमीन घोटालेबाज आईएएस छवि रंजन के नेतृत्व में पुलिस की ताकत का गलत इस्तेमाल कर रात में भी टेंट लगाकर जमीन पर कब्जा कर लिया.

सीएम हेमंत सोरेन को बाबूलाल की सलाह
घोटाले की जांच कराओ, नहीं तो इस पाप से कौन बचाएगा?
उन्होंने लिखा कि ईडी की कार्रवाई के बाद जमीन हड़पने के जुल्म का शिकार हुए लोग अब ऐसी सैकड़ों तस्वीरें एजेंसियों और मीडिया को थोक के भाव पर भेज रहे हैं. ये तस्वीरें खुद आपके राज में रांची की जमीन लूट और पाप की कहानी कह रही हैं. इसके बाद भी अगर आप जांच कर कार्रवाई नहीं करेंगे तो आपको इस पाप के लिए जेल जाने से कौन बचाएगा? मेरी बातों को गंभीरता से लें। इस जघन्य कृत्य के दोषी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करें, जिन्होंने पैसों के लालच में आपकी नाक के नीचे काटने का काम किया है। उन्हें दंड दो। हो सकता है आपका प्रायश्चित आपके पाप को कुछ कम कर दे। बाकी आपकी मर्जी।
कमिश्नर की रिपोर्ट के बाद भी जांच नहीं
एक अन्य ट्वीट में बीजेपी नेता बाबूलाल मरांडी ने लिखा है कि छवि रंजन से जमीन घोटाले में पूछताछ के अलावा ईडी को उनके खिलाफ कमिश्नर की रिपोर्ट आने के बाद भी राज्य सरकार के स्तर से कार्रवाई नहीं करने के कारणों की भी जांच करनी चाहिए. पूर्व डीसी के तौर पर छवि ने रांची में फर्जी कागजात से जमीन में हेराफेरी की. लोगों को नोटिस देकर प्रताड़ना और डराना-धमकाना भी उनके कार्यकाल में खूब हुआ। प्रवर्तन निदेशालय को रांची भूमि घोटाले की जांच और पूछताछ करनी चाहिए। इससे पहले छवि रंजन के खिलाफ कमिश्नर ने रिपोर्ट तैयार की थी। लेकिन सरकार ने कार्रवाई नहीं की। इसके कारणों का संज्ञान लें और जांच करें।

बीजेपी नेता ने की जांच की मांग
धोखाधड़ी में पकड़े जाने पर आदिवासी को न बुलाएं
रांची जमीन घोटाले की जांच में जो कागजात मिल रहे हैं, उससे बेशर्मों और घोटालेबाजों के बारे में चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं, जिन पर पहली नजर में किसी को फौरन यकीन नहीं होगा. खबरों से पता चल रहा है कि झारखंड के प्रभावशाली राजनीतिक राजघराने के कई लोग अपने और अपने पिता के नाम पर भी ऐसी संपत्तियों को छिपाने के लिए हेराफेरी कर रहे हैं ताकि काला धन और बेईमानी से धन का इस्तेमाल किया जा सके. और कानून के शिकंजे से बचने के लिए इस तरह के गलत कामों की बेहिसाब संपत्ति की जानकारी आयकर या किसी अन्य विभाग से छिपा कर रखी गई है. जांच एजेंसियों को रांची जमीन घोटाले की जांच के दौरान मिले दस्तावेजों से यह खुलासा हुआ है. अब ऐसे लोग घोटालों, जालसाजी में फंसने पर जेल जाएंगे तो बचने के लिए खुद को आदिवासी बताकर घड़ियाली आंसू बहाएंगे.
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