बहरागोड़ा28 मिनट पहले
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वन विभाग की लापरवाही के कारण मादा हाथी की जान चली गई
पूर्वी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा विधानसभा के चाकुलिया वन क्षेत्र स्थित बड़ामारा पंचायत के पुरनापानी ज्वालभांगा फार्म में मंगलवार की देर रात एक जंगली मादा हाथी की मौत हो गयी. गांव में मादा हाथी बिजली के तार की चपेट में आ गई. मादा हाथी दो दिनों तक तड़पती रही लेकिन वन विभाग की लापरवाही के कारण मादा हाथी की जान चली गई. अगर सही समय पर इसका इलाज किया गया होता तो इसकी जान आसानी से बचाई जा सकती थी। घटना की जानकारी मिलते ही मृतक के आसपास इलाके के लोगों की भीड़ जमा हो गयी.
जंगल से जंगली हाथियों का झुंड गांव में घुस आया था.
इस दौरान ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मृत हाथी की पूजा-अर्चना की. सूचना पाकर विधायक समीर मोहंती, फॉरेस्टर कल्याण महतो अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. जानकारी के अनुसार, बीते रविवार की रात 15 जंगली हाथियों का झुंड नगर पंचायत स्थित सोनहारा में घुस आया था. इस दौरान सूचना पाकर क्यूआरटी टीम मौके पर पहुंची और हाथियों के झुंड को खदेड़ना शुरू कर दिया. तभी एक मादा हाथी आकाशीय बिजली की चपेट में आ गई. तभी से हाथी घायल हो गया था. मंगलवार की सुबह पीड़ित हाथी मोहन डूंगरी के तालाब में घंटों तक था, इस दौरान हाथी हवाई पट्टी के जंगल की ओर चला गया था. तभी उसकी खेत में ही मौत हो गई. मौके पर विधायक ने कहा कि जब हाथी को करंट लगा.
विभाग की लापरवाही से हुई मौत
उसके बाद ही वन विभाग को पीड़ित हाथी का इलाज कराना चाहिए था. उन्होंने कहा कि वन विभाग की लापरवाही से हाथी की मौत हुई है. इस संबंध में पूछे जाने पर वनपाल कल्याण महतो ने बताया कि घटना की जानकारी डीएफओ व रेंजर को दे दी गयी है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों के आते ही मृत हाथी के शव का पोस्टमार्टम कर पास के मैदान में दफना दिया जायेगा.